श्रीमती ऊषाजी के विषय में मेरे लिए कहना आसान नही है। इनके स्नेहमय स्वरुप ने मेरे मन को जिस तरह प्रभावित किया है उसे शब्दें में व्यक्त कर पाना संभव नही हो रहा है।
मुझे पिछले दस बारह वर्षे से उनके मधुर साथ का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। इनके साथ बिताए हुए समय में उनके जीवन के विभिन्न गुणें से सीखने को मिला।
जिस तरह वे परिवार के एक एक सदस्य की भावनाओं का ख्याल रखती हैं एवं हर मिलने जुलने वालें के सुख-दुःख को बांटने के लिए तत्पर रहती हैं। यह देख कर लगता है कि इसीलिए सभी इन्हें अपने करीब महसूस करते है। सच में इनके सरल व्यक्तित्व एवं सह्यदय स्वभाव ने सभी को अपना बना लिया। उनके सम्पर्क में आने के उपरान्त मुझे ऐसा महसूस हुआ कि उषाजी के जीवन से जितना सीखा जाए उतना कम है।
मेरी प्रभु से यही प्रार्थना है कि उन्हें स्वस्थ एवं संतोषमय दीर्घायु प्राप्त हो।
बाला गोयल
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